लोगों की राय

नई पुस्तकें >> देवलोक देवदत्त पटनायक के संग

देवलोक देवदत्त पटनायक के संग

देवदत्त पट्टनायक

प्रकाशक : पेंग्इन बुक्स प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :210
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 10189
आईएसबीएन :9780143427988

Like this Hindi book 0

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

EPIC चैनल के बेहद लोकप्रिय टेलीविजष्न कार्यक्रम के पहले सीजष्न पर आधारित पौराणिक कथाओं की अद्भुत दुनिया की सैर करें, देवदत्त पटनायक के संग किताब के बारे में :

• क्यों लगभग सारे मंदिर, विष्णु, शिव या देवियों को समर्पित होते हैं, पर ब्रह्म या इन्द्र को नहीं ?
• असुरों, राक्षसों, यक्षों और पिशाचों में क्या अंतर होता है ?
• पाण्डव स्वर्ग जाने के बजाय नर्क कैसे पहुँच गए ?

कई महीनों से म्च्प्ब् चैनल का अभूतपूर्व कार्यक्रम

Devlok with Devdutt Pattanaik

अनगिनत दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर चुका है। अब प्रस्तुत है -

यह किताब जो इस लोकप्रिय कार्यक्रम के पहले सीजष्न पर आधारित है और जो आपको अनगिनत कहानियों, चिह्नों और अनुष्ठानों के माध्यम से एक ऐसी अद्भुत यात्रा पर ले जायेगी जो हिन्दु सभ्यता की नींव है।

तो तैयार हो जाइये आश्चर्यचकित और रोमांचित होने के लिये। देवदत्त सुनाते हैं ऐसी मंत्रमुग्ध कर देने वाली कहानियाँ देवी, देवताओं, अवतारों और असुरों की, कि आपको लगेगा आपको इनके बारे में पता नहीं था।

जानिये हिंदु विचारधारा की सूक्ष्मताओं को जिनसे वे बताते हैं मिथक की उत्पत्ति और अर्थ के बारे में। वे यह भी बताते हैं कि क्यों हम समय के रेखाकार होने पर विश्वास नहीं करते और ये मानते हैं कि समय चक्रीय होता है।

यह किताब हमेशा मोहने वालो हिंदु मिथकों को जानने के लिए एक उत्तम प्रस्तुति है।

प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: mxx

Filename: partials/footer.php

Line Number: 7

hellothai